देहरादून की रूपाली वशिष्ठ को भारतीय मानवीय अधिकार सहकार ट्रस्ट की जिलाध्यक्ष बनाया गया है। रूपाली वशिष्ठ को Women Icon Award 2024 से भी नवाजा गया है ।
रूपाली वशिष्ठ एक समाज सेविका के रूप में कार्य करती हैं । अब उनको भारतीय मानवीय अधिकार सहकार ट्रस्ट की जिलाध्यक्ष बनाया गया है। रिसर्च स्कॉलर शहनाज द्वारा रुपाली स्वागत किया गया। रूपाली वशिष्ठ को Women Icon Award 2024 से भी नवाजा गया है । इतिहास की सौदार्थी और समाजसेविका रूपाली वशिष्ठ का कहना है कि, एक महिला को अगर उसके परिवार और पति का सहयोग मिल जाए तो एक औरत को आगे बड़ने से कोई नहीं रोक सकता है ।उन्होंने कहा कि हमारे समाज में बेटी या बेटे का दोहरापन समाप्त होना चाहिए । समाज में असुरक्षा के कारण कई औरतें या बेटियां आगे नहीं आ पाती हैं, सामाजिक तौर पर असुरक्षित महसूस करने के कारण महिलाएं सियासत में नही आ पाती हैं । रूपाली वशिष्ठ के साथ मौजूद रिसर्च स्कॉलर शहनाज ने कहा कि लड़कियां अगर शिक्षित हों तो पूरे समाज में सुधार आ सकता है । देश का हर एक परिवार या समाज महिलाओं और बेटियों को आगे बढ़ाएगा तो वह राजनीति में भी आ सकती है ।धाद के स्मृति वन की सचिव नीना रावत ने बताया कि घर से सहयोग की बात क्यों? महिलाओं को स्वयं खुद की जिम्मेदारी लेनी चाहिए । वे चाहे तो राजनीति से गंदगी दूर कर सकती हैं । महिलाओं के सामने आने से पुरुष को खतरा पैदा हो जाता है।
भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार,अपराध,दहेज उत्पीड़न ,महिला उत्पीड़न,पुरूष उत्पीड़न,मानव अधिकार हनन व सभी प्रकार के अपराध की रोकथाम हेतु शासन व प्रशासन के साथ मिलकर पीड़ितों को अतिशीघ्र न्याय दिलाना ही ट्रस्ट की प्रमुख प्राथमिकता है। इस उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए संगठन पूरे भारत मे अपने सक्रिय सदस्यों के माध्यम से शासन, प्रशासन, राज्य व केंद्र सरकार के सभी विभागों के साथ मिलकर कार्य करता है।