साइकिल से ऑफिस पहुंचे DM मयूर दीक्षित, दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
Published:
Dec 30 2021 3:43PM
जी, स्वयं डीएम साइकिल से कार्यालय पहुंचे। उन्होंने ऐसा करके पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि साइकिल चलाने से शरीर भी स्वस्थ्य रहता है और पर्यावरण को नुकसान भी नहीं पहुंचता।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित जितने तेजतर्रार हैं और जितने शानदार तरीके से जिले का कार्यभार संभालते हैं वे उतने ही जमीन से भी जुड़े हुए हैं। जहां एक ओर सत्ता में आने के बाद कई अधिकारी एवं नेता सादगी को त्याग देते हैं और ऐशों आराम की।जिंदगी की आदत डाल देते हैं वहीं दूसरी ओर एक पूरे जिले का कार्यभार संभालने वाले डीएम मयूर दीक्षित अब भी जमीन से जुड़े हुए हैं। हाल ही में उनके कार्यालय में काम करने वाले सभी कर्मचारी और अधिकारी तब चौंक गए जब उन्होंने स्वयं दिए मयूर दीक्षित को साइकिल से कार्यालय आते हुए देखा। जी, स्वयं डीएम साइकिल से कार्यालय पहुंचे। उन्होंने ऐसा करके पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि साइकिल चलाने से शरीर भी स्वस्थ्य रहता है और पर्यावरण को नुकसान भी नहीं पहुंचता। बीते रविवार को साइकिल से डीएम ऑफिस पहुंचे। ये देख कर्मचारी और अधिकारी आश्चर्य चकित हो गए। डीएम मयूर दीक्षित अपने आवास से कार्यालय तक साइकिल चलाकर पहुंचे। डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि उनका आवास और कार्यालय में अधिक दूरी नहीं है, जिसको देखते हुए उन्होंने गाड़ी की बजाय आवाजाही साइकिल से की। उन्होंने कहा कि साइकिल चलाने से शरीर भी स्वस्थ्य रहता है और पर्यावरण को नुकसान भी नहीं पहुंचता। डीएम मयूर दीक्षित पीठ में एक बैग टांगकर विश्वनाथ चौक से भैरव चौक होते हुए अपने कार्यालय पहुंचे। कार्यालय पहुंचने के बाद उन्होंने कुछ देर अपने कार्यालय संबंधित कार्य निपटाए और उसके बाद वह फिर साइकिल से अपने आवास के लिए रवाना हुए। डीएम मयूर दीक्षित के सहज व्यवहार को देखकर कलेक्ट्रेट के अधिकारी और कर्मचारी भी अचंभित हो गए। डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि उनके आवास और कलेक्ट्रेट कार्यालय के बीच में दूरी बेहद कम है। इसलिए कार से आवाजाही से बचने के लिए मैं साइकिल से ऑफिस जाता हूं। साथ ही इससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी जनता तक पहुंच रहा है। उन्होंने कहा है कि अगर हम अधिक से अधिक साइकिल का प्रयोग करेंगे, तो यह हमारे वातावरण और स्वास्थ्य के लिए उपयोगी साबित होगा।